लखनऊ। कहते हैं कि कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई मंजिल मुश्किल नहीं होती हालांकि यह बच्ची अभी 4 साल की है लेकिन इस छोटे से उम्र में इस बच्ची ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो बड़ों बड़ों के लिए बहुत ही कठिन काम है। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 4 साल की एक अद्भुत बच्ची है। जिसके गले में स्वयं शक्ति विराजमान है और वह 4 वर्ष की उम्र में ही महाकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित रश्मिरथी के कृष्ण के चेतावनी को स्वस्वर सुनाने में माहिर है जो जिले में चर्चे का विषय है । आपको बता दें कि संत कबीर नगर जिले की पिछड़े इलाके की रहने वाली खलीलाबाद ब्लाक क्षेत्र के मैनसिर गांव की रहने वाली इस बच्ची का नाम है मिराया सिंह यह बच्ची इसी गांव के बगल स्थित प्राथमिक विद्यालय मंझरिया में कक्षा एक की छात्रा है सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के बावजूद भी इस बच्ची को एक ऐसी कविता जुबानी याद है जो बड़े-बड़े लोगों को महीनों याद करने के बावजूद भी सही से नहीं याद हो पाता लेकिन इस बच्ची ने कड़ी मेहनत और लगन से महाकवि रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता रश्मिरथी कृष्ण की चेतावनी जुबानी याद है जैसा कि आपको पता है कि आज हिंदी दिवस का पर्व और हिंदी दिवस पर इस बच्ची ने 102 लाइन की कविता को बड़ी बेबाकी के साथ कैमरे पर सुनाई है यह बेटी संतकबीरनगर जिले के प्राथमिक विद्यालय मंझरिया में कार्यरत सहायक अध्यापिका अनीता सिंह के बेटी है अपनी बेटी के बखान में अध्यापिका अनीता सिंह ने कहा कि गरीब और बच्चों की मदद के लिए उन्होंने लाइब्रेरी का निर्माण करवाया था बेटी भी इसी लाइब्रेरी में किताबों के बीच रहती थी और उसने कविता याद कर ली उन्होंने हिंदी दिवस पर संदेश देते हुए कहा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है इसको हम को संजो कर रखना है आजकल के लोग जो अंग्रेजी के पीछे भागते हैं उनको अपनी राष्ट्रभाषा को नहीं भूलना चाहिए।