अमीरों की टॉप लिस्ट से बाहर हुए गौतम अडानी, 10 दिनों में करीब 9 लाख हुआ नुकसान

नई दिल्ली। साल 2023 दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी के लिए मुश्किलों भरा प्रतीत हो रहा है। जहां एक तरफ उम्मीद की जा रही थी कि गौतम अडानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में पहले स्थान पर पहुंच सकते हैं। वहीं अब टॉप 20 से भी बाहर हो गए है। हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। बैंकिंग सेक्टरों में भी खतरे की आशंका जताई जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक अडानी को 10 दिन में करीब 9 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी एक बार फिर एशिया के सबसे बड़े रईस बन गए हैं।
अडानी ने पिछले साल 44 अरब डॉलर की कमाई की थी, लेकिन पिछले पांच दिनों में वह इससे ज्यादा रकम गंवा चुके हैं। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक इस साल अडानी अब तक 48.5 अरब डॉलर (करीब 39,61,72,49,25,000 रुपये) की नेटवर्थ गंवा चुके हैं। अडानी ग्रुप के सभी दस शेयरों में बीते दिनों भारी गिरावट भी देखने को मिली थी। इससे अडानी को एक ही दिन में 12.5 अरब डॉलर का घाटा हुआ था और उनकी नेटवर्थ 72.1 अरब डॉलर रह गई थी।
अरबपतियों की लिस्ट में 21वें नंबर पर पहुंचे अडानी
अमेरिकी इनवेस्टमेंट रिसर्च फर्म और शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के कई शेयर 60 फीसदी तक नीचे जा चुके हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के टॉप 10 अरबपतियों की लिस्ट में इसी वजह से गौतम अडानी सीधे 21वें नंबर पर पहुंच गए हैं। इस साल यानी 2023 की बात करें तो गौतम अडानी की संपत्ति 59.2 अरब डॉलर कम होकर 61.3 अरब डॉलर रह गई है। एक सप्ताह में ही अडानी को 52 अरब डॉलर का बड़ा झटका लगा है।
अडानी के नाम पर संसद में हंगामा
अडानी मामले को लेकर पिछले कई दिनों से बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों नें कहा कि वे इस समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले पर चर्चा और जांच की मांग संसद के दोनों सदनों में उठाते रहेंगे।
अडानी ग्रुप पर भारतीय स्टेट बैंक का 27000 करोड़ का कर्ज
भारतीय स्टेट बैंक ने शुक्रवार को कहा कि अडानी ग्रुप की कंपनियों को उसने करीब 27,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया हुआ है जो कुल वितरित ऋणों का सिर्फ 0.88 प्रतिशत है।
क्या है मामला
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि अडानी समूह पर शेयरों में हेरफेर करने और अकाउंटिंग में गड़बड़ी का काम करते है। हिंडनबर्ग का दावा है कि यह बात दो साल की जांच रिपोर्ट के बाद सामने आई है। हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के शेयरों पर शॉर्ट पोजीशन बनाई हुई है।
अडानी ग्रुप ने आरोप को दुर्भावनापूर्ण, निराधार और एकतरफा बताया है। कंपनी के मुताबिक, इस बात को कंपनी के शेयरों का दाम नीचे गिराने के इरादे से किया गया है।
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