मुकेश अंबानी का ‘ग्रीन एनर्जी’ पर फोकस, 771 मिलियन डॉलर में खरीदी चीन की कंपनी ‘आरईसी सोलर होल्डिंग्स’

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि वे आरईसी के अधिग्रहण से बेहद खुश हैं, क्योंकि यह सूर्य देव की असीमित और साल भर मिलने वाली सौर शक्ति का दोहन करने में मदद करेगा।
 
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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड ने चाइना नेशनल ब्लूस्टार (ग्रुप) से आरईसी सोलर होल्डिंग्स एएस (ग्रुप) की 100% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की हैं। इसके लिए कंपनी को 771 मिलियन अमरीकी डॉलर पे करने होंगे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड ने चाइना नेशनल ब्लूस्टार (ग्रुप) से आरईसी सोलर होल्डिंग्स एएस (ग्रुप) की 100% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की हैं। इसके लिए कंपनी को 771 मिलियन अमरीकी डॉलर पे करने होंगे।

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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि वे आरईसी के अधिग्रहण से बेहद खुश हैं, क्योंकि यह सूर्य देव की असीमित और साल भर मिलने वाली सौर शक्ति का दोहन करने में मदद करेगा। यह अधिग्रहण दशक के अंत से पहले 100 गीगावॉट स्वच्छ और हरित ऊर्जा बनाने के रिलायंस के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, नई और उन्नत प्रौद्योगिकियों और परिचालन क्षमताओं में निवेश करने की हमारी रणनीति के अनुरूप हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य 2030 तक भारत में 450 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन है और इसे प्राप्त करने में किसी एकल कंपनी का यह सबसे बड़ा योगदान होगा। यह भारत को जलवायु संकट से उबारने और ग्रीन एनर्जी में वर्ल्ड लीडर बनने में मदद करेगा।

हालिया निवेशों के साथ रिलायंस अब वैश्विक स्तर पर एकीकृत फोटोवोल्टिक गीगा फैक्ट्री स्थापित करने और भारत को कम लागत एवं उच्चतम दक्षता वाले सौर पैनलों के मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएगा। हम वैश्विक कंपनियों के साथ निवेश, निर्माण और सहयोग करना जारी रखेंगे ताकी भारत और दुनिया भर के बाजारों में ग्राहकों को किफायती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता और विश्वसनीय प्रोडक्ट दे सकें। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकेंद्रीकृत तरीके से लाखों हरित रोजगारों के अवसर पैदा होंगे 

आरईसी एक मल्टीनेशनल सौर ऊर्जा कंपनी हैं। जिसका का मुख्यालय नॉर्वे में हैं और ऑपरेशनल मुख्यालय सिंगापुर में हैं। उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और एशिया-प्रशांत में कंपनी के क्षेत्रीय केंद्र हैं। नॉर्वे में 2 और सिंगापुर में एक मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट हैं। कंपनी अपने तकनीकी इनोवेशन, उच्च दक्षता के साथ किफायती सौर ऊर्जा पैनल्स के निर्माण के लिए जानी जाती हैं।

बेहद कम कार्बन फुटप्रिंट वाली आरईसी के पास 600 से अधिक उपयोगिता और डिजाइन पेटेंट हैं, जिनमें से 446 स्वीकृत हैं और शेष का मूल्यांकन किया जा रहा हैं। आरईसी विश्व स्तर पर एक विश्वसनीय ब्रांड है जो इनोवेशन के लिए जानी जाती है। तमाम उत्पादकों द्वारा आज आरईसी की हाफ कट पैसिवेटेड एमिटर और रियर सेल तकनीकों के आधार पर उत्पादन किया जा रहा हैं। जबकि आरईसी नें अगली पीढ़ी की एचजेटी तकनीक को अपना लिया हैं। दुनिया भर में आरईसी में 1,300 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। जिसको खरीदने के बाद वे रिलायंस परिवार का हिस्सा बन जाएंगे। रिलायंस के महत्वाकांक्षी ग्रीन एनर्जी मिशन को गति देंगे। आरईसी की फ्रांस, अमेरिका और सिंगापुर में विस्तार योजनाओं को रिलायंस अपना पूरा सपोर्ट देगा।

रिलायंस आरईसी की बेहतरीन तकनीकों का इस्तेमाल, जामनगर में बनने वाले धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स में करेगा।  जिसकी क्षमता 4 गीगावॉट प्रति वर्ष से शुरू करके 10 गीगावॉट प्रति वर्ष तक बढ़नें की योजना हैं। जहां आरईसी के पास बेहतरीन सौलर तकनीक हैं, वहीं रिलायंस के पास बड़े पैमाने पर परियोजना लगाने और उसे उत्कृष्टता से चलाने का दशकों का अनुभव हैं।


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