दिल्लीः नौकरी की तलाश में आई महिला बच्चा चोर गिरोह का हुई शिकार, 10 दिन तक बंधक बनाकर रखी पीड़िता
खुद के बच्चे को हासिल करने के लिए अब मां को कराना होगा DNA टेस्ट

- रिपोर्टः मोहम्मद अजीज सैफी
दिल्ली। उड़ीसा की रहने वाली एक महिला जोकि अपने 5 महीने के बच्चे के पालन पोषण के लिए नौकरी की तलाश में दिल्ली आई थी, लेकिन नौकरी तो मिली नहीं उल्टा बच्चा चोर गिरोह के हत्थे चढ़ गई। वहीं इस गैंग ने करीब 10 दिनों तक कमरे में पीड़ित महिला और उसकी ननद को बंधक बनाकर रखा और ननद के साथ रेप भी किया और आगे उसके बच्चे बेच दिया। किसी को भी बताने पर जान से मार देने की धमकी दी थी। किसी तरह तीस हजारी के एडवोकेट आशुतोष पांडेय की मदद से पुलिस में मामला दर्ज हुआ। जिसके बाद बच्चा बरामद हुआ है।
दअरसल उड़ीसा में रहनेवाली महिला ने दिल्ली में रह रही अपनी ननद को फोनकर नौकरी करने की बात की थी जिससे वो अपने 5 महीन के मासूम बच्चे का जीवन सुधार सके और उसकी अच्छे से परवरिश कर सके वहीं दिल्ली में रह रही ननद ने अपनी भाभी की नौकरी की बात किसी प्लेसमेंट एजेंसी के संपर्क से जुड़े एक व्यक्ति से की जिसका नाम अजित है उसने दिल्ली के पश्चिम विहार झील वाला पार्क में बुलाया फिर उड़ीसा से अपने बच्चे के साथ आई भाभी को लेकर उसकी ननद अजित के बताए पते पर पहुंच गई।
पीड़िता ने बताया कि बताए गए पते पर कुछ देर बाद एक गाड़ी में 2 महिला और जेन्ट्स आए थे। ननद भाभी को बच्चा चुराने वाला बताकर जबरन अपनी गाड़ी में बिठाकर तिहाड़ जेल के आगे ले गए थे और जेल में बंद कराने की धमकी देककर कागजों पर साइन करा लिए थे। आरोप है कि गाड़ी में बैठे लोगों ने खुद को क्राइम ब्रांच से बता कर ननद के मोबाइल का पासवर्ड खुलवाया और उसके अकाउंट से कुछ रुपये भी निकाल लिए। साथ ही उसकी चेन अंगूठी भी छीन ली। फिर उन्हें शकूरपुर इलाके के एक मकान में लेजाकर करीब 10 दिनों तक बंधक बनाकर रखा।
ननद-भाभी द्वारा पुलिस को दिए बयान के मुताबिक उन लोगों ने बच्चे को किसी अमीरजादे को बेच दिया। खुद को बुरी तरह फंसा देख उसकी भाभी ने बंधक रहते हुए सुसाइड करने की कोशिश की। जिसके बाद आरोपियों ने उन्हें मुंडका इलाके में छोड़ दिया इस बीच उनके पास जो एटीएम कार्ड थे उसमें लगभग 80 से 85000 रुपये थे उसे जबरन धमकी देकर निकलवा लिए। उनके चंगुल से छूटने के बाद पीड़िता ने अपने एक रिश्तेदार को आपबीती बताई फिर तीस हजारी के वकील आशुतोष पांडे द्वारा उसके बाद पुलिस में शिकायत की गई और फिर आउटर जिले के पश्चिम विहार ईस्ट थाना पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए न सिर्फ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया बल्कि पीड़िता के बच्चे को भी बरामद कर लिया।
हालांकि बच्चा अभी तक पीड़िता को नहीं सौंपा गया है और पुलिस का कहना है कि डीएनए टेस्ट के बाद ही बच्चे को उसे सौंपा जाएगा। इस बीच वे लगातार थाने और निर्मल छाया का चक्कर लगा रही है। वहीं दिल्ली वाली ननद ने पुलिस में इस बात की भी शिकायत दर्ज कराई थी कि बंधक रहने के दौरान उसके साथ एक बदमाश ने रेप की वारदात को भी अंजाम दिया था फिलहाल पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।
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