मुजफ्फरनगरः पुलिस के खौफ से नदी में डूबा गैंगस्टर, 5 घंटे बाद मिली लाश

- अमित कुमार सैनी, संपादक
मुजफ्फरनगर। शहर कोतवाली पुलिस को देखकर गैंगस्टर मोहित मलिक ने साथी अजय समेत काली नदी में छलांग लगा दी। मौके पर मौजूद बुजुर्ग ने अपनी जान दांव पर लगाकर गैंगस्टर के साथी को तो बचा लिया, लेकिन गैंगस्टर नदी के गहरे पानी और दलदल के फंसकर डूब गया। सूचना मिलते ही मौके पर सैंकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। सीओ सिटी की गैर मौजूदगी में सीओ नई मंडी हिमांशु गौरव और नगर कोतवाल महावीर सिंह चौहान मय पुलिस बल मौके पर पहुंचे। नदी में डूबे गैंगस्टर मोहित मलिक को तलाशने के लिए जाल और गोताखोरों की मदद ली गई। करीब 5 घंटे की मशक्कत के बाद उसकी लाश मिल सकी। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक गैंगस्टर की जेब से पुलिस को तलाशी के दौरान 315 बोर का एक कारतूस, कुछ पैसे और अन्य सामान बरामद हुआ है।
ये है पूरा मामला!
दरअसल, शहर कोतवाली इलाके की ईदगाह पुलिस चौकी पर मंगलवार की सुबह वाहन चैकिंग अभियान चल रहा था। उसी दौरान गांव पीनना निवासी मोहित मलिक पुत्र जसवीर सिंह अपने साथ अजय शर्मा के साथ पंजाब नंबर की बाइक पर सवार होकर शहर की तरफ निकला था, लेकिन ईदगाह चौकी पर चल रही पुलिस चैकिंग को देखकर वो वापस भागने लगे। अचानक इस तरह से वापस भागते देख पुलिस ने भी शक होने पर दोनों का पीछा गया। इसी बीच गलियों से होते हुए दोनों काली नदी के तट पर पहुंच गए और बाइक को छोड़कर नदी में छलांग लगा दी।
अजय के लिए बुजुर्ग बना फरिश्ता
शोरगुल की आवाज सुनकर खेतों पर काम कर रहे 70 साल के बुजुर्ग किसान लियाकत ने अपनी जान जोखिम में डालकर अजय को नदी से बाहर खींच लिया। बुजुर्ग का कहना है कि डूब रहे युवक की आवाज ने उसे इस कदर मजबूर कर दिया कि वो ये भी भूल गया कि गहरे पानी में डूबने से उसको भी जान के लाले पड़ सकते हैं। जैसे ही आवाज सुनी, उसने भागकर अजय को बाहर की तरफ खींच लिया।
गोताखोरों ने बिछाया जाल, खंगाल डाली नदी
मामले की जानकारी मिलते ही सीओ हिमांशु गौरव और नगर कोतवाली प्रभारी महावीर सिंह चौहान भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। गोताखोरों को बुलाकर नदी में डूबे मोहित की तलाश शुरू कराई गई, लेकिन कई घंटों की मशक्कत के बाद भी उसका कोई पता नहीं चल सका। जिसके बाद पुलिस ने नदी में जाल का भी सहारा लिया। करीब 5 बजे मोहित की लाश मिल गई, जिसके बाद पुलिस ने उसे पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अजय से की जा रही पूछताछ
पुलिस अजय से भी गहनता से पूछताछ कर रही है। अजय का सीधा-सीधा आरोप है कि पुलिस ने उनका पीछा किया था और जान बचाने के लिए उन्होंने नदी में छलांग लगा दी, जिसकी वजह से मोहित मलिक डूब गया। हालांकि पुलिस इस संबंध में अभी कुछ भी कहने से बचती नज़र आ रही है।
मां-बहन का रो-रोकर बुरा हाल
जैसे ही मामले की जानकारी मोहित के परिजनों को लगी तो उसके पिता जसवीर, मां गीता और बहन मौके पर पहुंच गए। मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बहन बार-बार एक ही बात दोहरा रही थी कि “आखिर कहां है उसका भाई?“ एक बार दिखा तो दो। वहीं उसकी मां भी रोते हुए कह रही थी कि “उसका बेटा पुलिस से नहीं डरता था। पुलिस के डर से नदी में कूदने की बात गलत है। सच्चाई अजय के पेट में हैं!“
मृतक के हैं एक बेटा और एक बेटी
मोहित मलिक की मां ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ साल पहले ही उसके बेटे की शादी हुई थी। उसके दो बच्चें है, जिनमें 4 साल का बेटा आर्यन और ढाई साल की बेटी आरू मलिक है।
खंगाला जा रहा अपराधिक इतिहास
लाश मिलने के बाद 5 बजे मोहित की तलाश खत्म हो गई, लेकिन पुलिस अभी उसका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है। अभी तक की पड़ताल में उसके खिलाफ गैंगस्टर और चोरी जैसे 6 अपराधिक मामले दर्ज पाए गए हैं। फिलहाल पुलिस मोहित और अजय का पीछा किए जाने के मामले में भी पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है और कुछ भी कतराती नज़र आ रही है। हालांकि सीओ नई मंडी हिमांशु गौरव ने बताया कि नदी में डूबे मोहित नामक शख्स के खिलाफ चोरी और गैंगस्टर जैसे 6 अपराधिक मामले दर्ज हैं।
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