बांदाः पति की प्रताड़ना का शिकार हुई महिला ने की आत्महत्या, परिजनों ने शव सड़क पर रखकर लगाया जाम

10 दिन पूर्व पति ने महिला के साथ की थी मारपीट

 
बांदा

  • रिपोर्टः शहजाद अहमद

बांदा। यूपी के बांदा में एक विवाहिता ने पति की प्रताड़ना, अन्य महिला से नाजायज संबंध और कोर्ट में मामला दर्ज होने के एक साल बाद भी न्याय नहीं मिलने और मायके पक्ष की गरीबी के हालातों से परेसान होक आत्महत्या कर अपनी जान दे दीl  महिला की मौत के बाद परिजन, स्थानीय लोगों के साथ शव को रेहड़ी में लेकर जिला परिषद चौराहा पहुंचे और जाम लगा दियाl प्रशासनिक अधिकारियों के कार्रवाई और उचित मुआवजा दिलाने के आश्वासन के बाद परिजनों ने एक घंटे बाद जाम खोला।

Advt max relief tariq azim

दरअसल मामला शहर कोतवाली इलाके के लोहार तलैया, मर्दन नाका का है जहां की निवासिनी 27 वर्षीय महिला ऊषा देवी की शादी सन 2014 में पल्हरी गांव के निवासी विनोद प्रजापति से हुई थीl शादी के बाद से उसका पति दहेज उत्पीड़न और मारपीट करने लगा था। जिसके बाद सन 2018 में उसके पति ने महिला को घर से बाहर निकाल दिया जिसके बाद वो अपने बूढ़े मां-बाप के पास रहने लगी थीl महिला के दो बच्चे 4 वर्षीय लड़का आदित्य और 6 वर्षीय लड़की श्रष्टि हैं, जिसमे लड़की ससुराल में अपने पिता के पास रहती है l तीन साल तक महिला ने पति का इंतजार किया फिर एक वर्ष पहले पुलिस से न्याय की गुहार लगाई और पुलिस मदद ना मिलने पर महिला ने 2022 में ससुरालीजनों पर दहेज-हत्या और मेंटेनेंस का केस दर्ज कर दिया जो कि अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है।

ADVT DR RAGHUNANDAN_SAHARANPUR

परिजनों ने बताया कि लगभग 10 दिन पहले महिला की लड़की श्रष्टि बीमार पड़ गई थी। जिसे देखने महिला ससुराल गई था। जहां ससुरालियों ने उसे लड़की से मिलने के बजाय मारपीट कर भगा दिया थाl इसके बाद महिला अपने मायके आ गई और परिजनों ने उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया। जहां एक हफ़्ते उपचार के बाद उसे घर लाया गया जिसके अगले दिन 22 फरवरी को डिप्रेसन और तनाव की स्थिति में  महिला ने जहर खाकर अपनी जान दे दी l

वहीं, 23 फरवरी की देर शाम, महिला के परिजनों ने ससुरालीजनों पर कार्रवाई और बच्चे को उसका हक दिलाने की मांग को लेकर स्थानीय लोग शव को ठिलिया में लेकर जिला परिषद चौराहा पहुंचे और शव रखकर चक्का जाम कर दिया। जिससे लगभग एक घंटा तक यातायात बाधित रहा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के न्याय की मांग के आश्वासन के बाद परिजनों ने जाम खत्म किया और शव को रेहड़ी में ही लेकर चले गए और मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी मूकदर्शक बने रहे लेकिन किसी ने भी एम्बुलेंस बुलाना उचित नही समझा।


देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप समाचार टुडे के Facebook पेज Youtube और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें। इसके साथ ही आप SamacharToday को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है।