Death Anniversary:तानसेन की 16वीं पीढी से थे प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक अब्दुल राशिद खान, संगीत ही था उनका जीवन..

नई दिल्ली। हिंदुस्तानी गायक और तानसेन की 16वीं पीढी के अब्दुल राशिद खान स्वयं भी शास्त्रीय गायक थे। ये ग्वालियर घराने से थे। 2013 में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया। अब्दुल राशिद ख़ान के लिए संगीत ही उनका जीवन था और राग उस जीवन के लय थे। अब्दुल राशिद ख़ान...भारतीय संगीत की दुनिया में बाबा के नाम से मशहूर थे।
जीवन परिचय
अब्दुल राशिद ख़ान का जन्म 19 अगस्त 1908 को रायबरेली, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उस्ताद अब्दुल राशिद ख़ान ग्वालियर घराने से जुड़े थे। वे बड़े यूसुफ़ खान और चांद ख़ान के शिष्य भी थे।
करियर और उपलब्धियां
अब्दुल ख़ान लगभग 20 वर्ष तक आईटीसी संगीत अनुसंधान अकादमी से जुड़े रहे। खान...ख़याल, ध्रुपद, ठुमरी और धामर के उस्ताद गायक थे। अब्दुल ख़ान को 2009 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। उन्हें वर्ष 2013 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। वे 105 वर्ष की उम्र में पद्मभूषण (2013) पाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति थे।
निधन
अब्दुल राशिद ख़ान का निधन 107 वर्ष की आयु में 18 फरवरी 2016 को हुआ। उनके एक छात्र के अनुसार राशिद ख़ान ने मरने से एक दिन पहले तक संगीत की शिक्षा दी।
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