Civil Services Day 2023: जानें 21 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है सिविल सेवा दिवस, क्या है इसका इतिहास और इस साल की थीम

चार्ल्स कार्नवालिस है भारतीय सिविल सेवा के जनक  
 
Civil Services Day

नई दिल्ली। ​भारत में हर साल 21 अप्रैल को राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस मनाया जाता है। सिविल सेवाओं को भारत का “स्टील फ्रेम” कहा जाता है। सिविल सेवा दिवस ऐसे लोक सेवकों को समर्पित है, जो देश की प्रगति के लिए कार्य करते हैं। इसके साथ ही नीति-निर्माण में भी अपना अहम योगदान देते हैं। यह दिवस अलग-अलग स्तरों पर कार्य करने वाले सिविल सेवकों को यह याद दिलाने के लिए मनाया जाता है कि राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा सबसे पहले है।

21 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है सिविल सेवा दिवस
21 अप्रैल का दिन ही इस रूप में मनाने के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि 21 अप्रैल 1947 को भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने नव नियुक्त और गठित प्रशासनिक सेवा अधिकारियों को संबोधित किया था। सरदार पटेल का ऐतिहासिक भाषण नई दिल्ली में मेटकाफ हाउस में आयोजित हुआ था, इस दौरान उन्होंने सिविल सेवकों को "भारत के स्टील फ्रेम" के रूप में संदर्भित किया था।

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कब हुई इसकी शुरूआत
सिविल सेवा दिवस 2006 से मनाया जा रहा। प्रथम राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस के मौके पर नई दिल्ली में स्थित विज्ञान भवन में एक समारोह का आयोजन किया गया था। देश की सरकार व्यक्तियों और संगठनों के कार्य का मूल्यांकन करने के साथ उन्हें पुरस्कार प्रदान करके उनके प्रयास की सराहना करती है। लोक प्रशासन में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार भी सिविल सेवकों को राष्ट्र के लिए उनके उल्लेखनीय योगदान और सेवा का सम्मान करने के लिए प्रदान किया जाता है।

भारतीय सिविल सेवा के जनक
चार्ल्स कार्नवालिस को देश में सिविल सेवाओं के सुधार और आधुनिकीकरण में उनके योगदान के लिए भारतीय सिविल सेवा के जनक के रूप में जाना जाता है। भारत में सिविल सेवाओं की नींव वारेन हेस्टिंग्स ने रखी थी, लेकिन सुधार लाने की जिम्मेदारी कार्नवालिस ने ली थी। 

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सिविल सेवा दिवस 2023 की थीम 
सिविल सेवा दिवस 2023 की थीम होगी‘विकसित भारत – नागरिकों को सशक्त करना और अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना’ 

पीएम मोदी सिविल सेवकों को करेंगे संबोधित 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिविल सेवा दिवस के अवसर पर 21 अप्रैल को सुबह 11 बजे नई दिल्ली के विज्ञान भवन में सिविल सेवकों को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र निर्माण में सिविल सेवकों के योगदान की लगातार सराहना की है तथा उन्हें और भी अधिक मेहनत करने के लिए उत्साहित किया है। 
प्रधानमंत्री इस आयोजन के दौरान, लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार भी प्रदान करेंगे। इन्हें आम नागरिकों के कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के जिलों और संगठनों द्वारा किए गए असाधारण और अभिनव कार्यों को मान्यता देने की दृष्टि से स्थापित किया गया है।


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