‘डीएम साहब... अज़ान से नींद खराब होती है… कार्रवाई करें’

शिकायतः एक गांव... 13 मस्जिद... 24 घंटे... 5 वक्त... 65 अज़ान... पढ़ाई में बाधा... नींद में खलल... धार्मिक भावनाओं को ठेस... और ध्वनि प्रदूषण की समस्या!
 
Azan
देश में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) और अज़ान(Azan)को लेकर छिड़ी बहस का असर अब यूपी(UP)के मुजफ्फरनगर(Muzaffarnagar)में भी देखने को मिल रहा है। मस्जिदों (Mosques) में होने वाली अज़ान (Azan) को लेकर एक युवक (People) ने ट्वीट (Twite) के जरिए डीएम(DM)और एसएसपी (SSP) से लेकर सीएम(CM)तक को टैग (Tag) करते हुए शिकायत (Complain) की है कि अजान (Azan) से उन्हें पढ़ने (Read) में तकलीफ(Problem)होती है। रात(Night)में सोने (Sleep) में परेशानी (Problem) होती है और बार-बार(Continually)एक ही अजान को सुनने की वजह से उनकी धार्मिक भावनाएं(Religious Sentiments)भी आहत (Hurt) होती है।

 

  • अमित सैनी, प्रधान संपादक

राजधानी दिल्ली (Capital Delhi) से महज़ 120 किमी दूर यूपी (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर जिले (Muzaffarnagar District) से एक अज़ीब-ओ-गरीब मामला सामने आया है। एक युवक ने डीएम (District Magistrate) से शिकायत (Complain) की है कि उनके गांव में 13 मस्जिद (13 Mosques) है। 24 घंटे में 5 बार एक ही अजान को 65 बार जोर-शोर के साथ दोहराई (Repeat) जाती है, जिसकी वजह से उनकी पढ़ाई (Education) प्रभावित होती है। नींद (Sleeping) में खलल पड़ती है और साथ ही साथ उनकी धार्मिक भावनाएं (Religious Sentiments) भी आहत होती है। युवक ने अपनी शिकायत में ध्वनि प्रदूषण (Voice Pollution) का भी आरोप लगाया है। सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए युवक ने मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी (District Magistrate of Muzaffarnagar) से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

ट्विटर (Twitter) के जरिए की शिकायत
गौरव सेन काकरान (Gaurav Sain Kakran) नाम यूजर (User) ने शुक्रवार सुबह 10 बजे ट्विट (Twit) कर ये शिकायत की है। गौरव ने लिखा कि हमारे गांव पुरबालियान (Purbaliyan), थाना मंसूरपुर (PS Mansurpur), मुज़फ्फरनगर में लगभग 13 मस्जिद है और हर मस्जिद से दिन में 5 बार अजान की जाती है। जिससे 24 घंटे में 65 बार पूरे शोर के साथ  अजान की जाती है, जिससे हमें पढ़ने में बहुत तकलीफ़ होती है और रात को सोने के बाद अजान के शोर-शराबे के कारण नींद में परेशानी होती है। बार-बार एक अजान को 65 बार दोहराते हैं, जिससे हमारी धार्मिक भावनाओं (Religious Sentiments) को तो ठेस पहुंचाई जाती है, साथ ही ध्वनि प्रदूषण भी जोरां से होता है, इस पर करवाई करें।

डीएम-एसएसपी से लेकर सीएम तक से शिकायत!
शिकायतकर्ता गौरव सेन काकरान ने अपनी ये शिकायत केवल मुजफ्फरनगर के डीएम को ही टैग करके नहीं की है, बल्कि एसएसपी अभिषेक यादव (IPS Abhishek Yadav), सीएम योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के निजी (Personal) और ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट (Official Twitter Account) को टैग करके की है। गौरव सेन काकरान ने सीएम समेत इन अधिकारियों से अपनी समस्या को सार्वजनिक मंच के जरिए दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।

व्हाट्सएप (WhatsApp) पर मांगी गई शिकायत
ट्विटर यूज़र गौरव सेन (Twitter User Gaurav Sain) की इस शिकायत पर 12 बजकर 25 मिनट पर जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल (Officail Twitter Handle of Muzaffarnagar District Magistrate) ‘डीएम वार रूम मुजफ्फरनगर’ (DM War Room Muzaffarnagar) द्वारा रिप्लाई (Reply) किया गया कि वो अपनी शिकायत व्हाट्सएप के जरिए दर्ज करा सकते हैं। रिप्लाई में लिखा गया है कि आप अपनी शिकायत डीएम वार रूम में 9897749888 पर व्हाट्सएप के माध्यम से दर्ज करा सकते हैं।
कितनी जायज़ है शिकायत, पढ़ें राय?
ट्विटर यूजर की शिकायत को लेकर समाचार टुडे (Samachar Today) के प्रधान संपादक अमित सैनी (Amit Saini, Editor in chief) की हिंदू और मुस्लिम (Hindu and Muslim) दोनों ही समुदाय के मौजिज लोगों से वार्ता (Talk) हुई कि ये शिकायत कितनी जायज़ (Right or Wrong) है और कितनी नहीं। इसको लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई। किसने क्या कहा? आप नीचे पढ़ सकते हैं।


ये मांग एकदम जायज है। हम किसी धर्म के विरोधी नहीं है, लेकिन लाउडस्पीकर (Loudspeaker) से अजान के कारण लोगों को परेशानी (Problem) होती है। बच्चों से लेकर बुजुर्गां (Child to old ager) तक को दिक्कत होती है। हम ये नहीं कह रहे कि अजान नहीं होनी चाहिए... होनी चाहिए, लेकिन बिना लाउडस्पीकर के (Without Loudspeakers)... ताकि किसी को कोई परेशानी ना (No Problem) हो। डीएम को इस शिकायत पर संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। -नरेंद्र पंवार, जिलाध्यक्ष, हिंदू जागरण मंच (Hindu Jagran Manch)


जिसने भी ये आवाज़ उठाई, एकदम सही उठाई (Right Decision) है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहले ही लाउडस्पीकर बंद करा चुका है, लेकिन अभी तक भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। डीएम को इस मामले में एक्शन (Action) लेना चाहिए। हम सोमवार (Monday) को इस मुद्दे पर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे। -ललित मोहन शर्मा, संस्थापक, क्रांति सेना (Karanti Sena)


मस्ज़िद है तो ज़ाहिर है आवाज़ (Voice) तो होगी ही। अज़ान नमाजियों के लिए एक बुलावा (Invetation) है। एक अज़ान में दो से तीन मिनट का वक्त लगता है... यानि पूरे 24 घंटे (24 hours) में बामुश्किल 15 मिनट (Fifteen Minutes) का वक्त लगता है। इससे किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए। सरकार और कोर्ट ने एक वॉल्यूम (Volume) निर्धारित किया हुआ है। अगर उससे अधिक वॉल्यूम (High Volume) में अज़ान होती है तो वो गलत (Wrong) है। उस पर कार्रवाई (Action) होनी चाहिए। -तनवीर आलम, शहर काजी


अजान एक परंपरा (legacy) है, जो पहले से होती आई है। ये आज या कल से नहीं हो रही है। अज़ान में केवल 2 से तीन मिनट (Only 2-3 minutes) का वक्त लगता है, जो कि मस्जिद में नमाजियों का एक बुलावा है। अगर इससे किसी को थोड़ी बहुत परेशानी भी होती है तो आपस में सहयोग (Co-operate) करना चाहिए। सबको सब धर्मों का सम्मान करते हुए आपसी भाईचारा और सद्भाव बनाकर रखना चाहिए। अगर भारतीय संविधान (Indian Constitution) अथवा कानून (India Law) के दायरे से बाहर होकर लाउडस्पीकर का वॉल्यूम ज्यादा हो रहा हो तो वो भी कम होना चाहिए। -आसिफ राही, अध्यक्ष, पैगाम-ए-इंसानियत

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