मुजफ्फरनगर जिला कारागार के बंदी बनेंगे अब काबिल, दी जाएगी कंप्यूटर की ट्रेनिंग
बाहर निकलने पर आत्मनिर्भर बनेंगे बंदी

- रिपोर्टः गोपी सैनी
मुजफ्फरनगर। जो हाथ गुनाहों के दलदल में सने हुए थे, वो हाथ अब कंप्यूटर के कीबोर्ड पर अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण करेंगे और जेल से बाहर निकल कर आत्मनिर्भर बनेंगे। मुजफ्फरनगर जिला जेल में बंद बंदियों को हाईटेक बनाने की कवायद की जा रही है। ये ही नहीं उन्हें इतना काबिल बना दिया जाएगा कि जेल से बाहर निकलने के बाद वे अच्छी नौकरी करके स्वावलंबी बन सकेंगे। जिसको लेकर जिला कारागार में एक कंप्यूटर प्रशिक्षण कक्ष बंदियों के लिए तैयार किया गया है, इस कंप्यूटर प्रशिक्षण कक्ष का सोमवार को राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने उद्घाटन किया हैं।
दरअसल बंदियों को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रदेश की योगी सरकार व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के अंतर्गत यूपी की जेलो में कंप्यूटर प्रशिक्षण कक्ष स्थापित करा रही है। इसी कड़ी में मुज़फ़्फ़रनगर ज़िला कारागार में बंदियों को प्रशिक्षण देने के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण कक्ष का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल द्वारा किया गया, जिसका पूरा लाभ जेल में निरुद्ध बंदियों को कंप्यूटर शिक्षा प्राप्त कर मिलेगा।
राज्य मंत्री ने कहा कि जेल में कंप्यूटर प्रशिक्षण कक्ष का उद्घाटन होने के बाद बंदियों को अपराध से निकालकर कौशल विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए योगी सरकार अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं, बताया कि कारागार में अभी लगभग 2500 से अधिक बंदी निरुद्ध है जिनमें महिलाएं भी शामिल है।
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