विपरीत हालातों में भी मुरादाबाद की बेटी आयुषी ने लिखी नई इबारत, DSP बनने पर बोली- PPS नहीं IPS अफसर बनना है सपना
साल 2015 को पेशी के दौरान हुई थी पिता योगेंद्र सिंह की हत्या

- रिपोर्टः सुधीर गोयल
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने शुक्रवार रात सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (PCS) परीक्षा-2022 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया। मुरादाबाद की आयुषी ने 62वीं रैंक हासिल की है। मुरादाबाद की बेटी आयुषी सिंह DSP बन गई हैं। आयुषी का कहना है कि उसका लक्ष्य PPS नहीं बल्कि IPS बनना है। इसके लिए वो मेहनत कर रही हैं और आयुषी को पूरा विश्वास है कि वो बहुत जल्द एक IPS अफसर बनेंगी।
8 साल पहले कर दी गई थी पिता की हत्या
दरअसल आयुषी जब 11वीं में पढ़ती थी तो तब 23 फरवरी 2015 को मुरादाबाद कचहरी में उनके पिता योगेंद्र सिंह की हत्या की गई थी। विपरीत हालात में भी आयुषी ने मेहनत और धैर्य के साथ सफलता की नई इबारत लिख दी है। उन्होंने दूसरे प्रयास में ही पीसीएस के परिणाम में अपनी जगह बना ली है। बेटी की सफलता पर मां पूनम सिंह, भाई आदित्य सिंह और तहेरे भाई नवीन सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि आयुषी ने पूरे खानदान का नाम रोशन कर दिया।
पापा का सपना था पुलिस अफसर बनू
आयुषी का कहना है कि पापा चाहते थे कि लो पढ़ लिखकर पुलिस अफसर बन जाए। उनकी मौत के 8 साल बाद आयुषी ने पिता के सपने को सच करके दिखाया है। हालांकि आयुषी इसे मंजिल नहीं मानती हैं। आयुषी का कहना है कि उनका लक्ष्य PPS नहीं बल्कि IPS बनना है। इसके लिए वो मेहनत कर रही हैं और आयुषी को पूरा विश्वास है कि वो बहुत जल्द एक IPS अफसर बनेंगी।
बधाई देने वालों का लगा है तांता
बता दे कि मूल रूप से भोजपुर के गांव हुमायूंपुर निवासी योगेंद्र सिंह का परिवार सिविल लाइन्स के आशियाना में रहता है। भूरा की बेटी के DSP बनने की खबर पता चलते ही उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा है। आयुषी की मां पूनम देवी इस वक्त डिलारी की ब्लॉक प्रमुख हैं। पहले आयुषी के पिता दो बार डिलारी से ब्लॉक प्रमुख रहे थे। 2015 में जब योगेंद्र भूरा की हत्या हुई, उस वक्त भी वो डिलारी के ब्लॉक प्रमुख थे।
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