उत्तर प्रदेश साहित्यिक सभा का रामपुर में गठन और काव्य गोष्ठी का आयोजन

- रिपोर्ट: शाहबाज़ खान
रामपुर। उत्तर प्रदेश साहित्यिक सभा का रामपुर में गठन और काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक शायरी बाजों ने शिरकत की और अपनी शायरी से समा बांधा।
आँखों में आँसुओं की जगह अब रहेगा कौन..इस घर में तेरे बाद बता दे बसेगा कौन..अब रात भीगती है चलो घर की राह लें...लेकिन वहाँ भी अपने अलावा मिलेगा कौन....अंर्तराष्ट्रीय शायर ताहिर फराज़ ने जब तरन्नुम में ये पंक्तियां पढ़ी तो सभी वाह वाह कर उठे।
सिविल लाइंस स्थित एक प्रतिष्ठान पर आयोजित इस कार्यक्रम में युवा शायर राजवीर सिंह राज ने अपनी गज़ल यूं पेश की ..
हमने दिल में रखा है तुझे..फिर भी शिकवा रहा है तुझे.. सुरेंद्र अश्क रामपुरी ने सुनाया कि हम अदब की पौध नन्ही कुछ हमें भी सींचिये...हम सुकूँ की छांव देंगे जब शजर हो जाएंगे...
इसके बाद गज़लकार ओंकार सिंह विवेक ने माहौल बदला मुँह पर तो कितना रस घोला जाता है..पीछे जाने क्या क्या बोला जाता है..
इसके बाद मंच संभालते हुए प्रदीप राजपूत माहिर ने कहा.. फिरकों की फिक्र है न कबीलों का कुछ ख्याल..दानिश्वरों से यार ये बच्चा ही ठीक है।
कवियत्री अनमोल रागिनी चुनमुन ने मौसम से जोड़ते हुए कहा नेह मिला आकाश से बरसी प्रेम फुहार..धरा हरित हो झूमती पा साजन का प्यार.. रश्मि चौधरी दीक्षा ने कहा एक कहानी का सार लिखा है.. तुमको अपना प्यार लिखा है.
बता दें कि नामचीन शायर ताहिर फराज़ के संरक्षण में यूनिट का गठन किया गया। जिसमें सुरेंद्र अश्क रामपुरी संयोजक, ओंकार सिंह विवेक अध्यक्ष, फैसल मुमताज़ वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रदीप राजपूत माहिर उपाध्यक्ष, राजवीर सिंह राज मंत्री, अनमोल रागिनी चुनमुन कोषाध्यक्ष, सुमित मीत सह सचिव, नवीन पांडेय प्रचार सचिव, बलवीर सिंह संगठन सचिव, रश्मि चौधरी व गौरव नायक को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया। इस दौरान हिन्दी और उर्दू के प्रचार प्रसार का संकल्प लिया गया।
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