रामपुर में स्मार्ट वैल्यू कंपनी के नाम पर पढ़ने लिखने वाली युवतियों के साथ लाखों रुपए की ठगी

थाना सिविल लाइन पुलिस ने नहीं की सुनवाई

 
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रिपोर्ट-शाहबाज़ खान
 

रामपुर। रामपुर में स्मार्ट वैल्यू कंपनी के नाम पर एक बहुत बड़ा फर्जी वाड़ा सामने आया है। फर्जीवाड़ा उजागर होते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है कंपनी चला रहे हैं। फर्ज़ी तरीके से अनेक चिटर लोगों की तलाश में पुलिस जुट गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

ये है पूरा मामला

आपको बता दें जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के यहां 14 अगस्त को पीड़ित युवतियां लिखित शिकायत लेकर पहुंची थी। जो कि मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आया था। जिसमें जांच चल रही है युवतियों का आरोप है कि स्मार्ट वैल्यू कंपनी में नौकरी लगवाने के लिए 13 हज़ार 500 रूपये लिए गए,जिसमें नौकरी नहीं दी गई, वही युवतियों का यह भी आरोप है कि कंपनी की मैनेजर पूनम ने झूठ छल कपट करके अनेक युवतियों से मोटे रुपए एठ लिए, और ना ही उन युवतियों से कोई कंपनी में कार्य कराया गया ना उन्हें नौकरी दी गई।

युवतियों ने क्या बताया

युवतियों का कहना है बल्कि उनके साथ झूठ बोलकर डॉक्टरी का कोर्स करने के लिए कहा गया था, जबकि युवतियों से 150 सौ 150 सौ रुपए की रसीद भी काटी गई, हर महीने 1500 सो रुपए चेक आने की बात भी की गई थी , और 400 हर महीना युवतियों से लिया गया, थाना सिविल लाइन क्षेत्र मे जेआर हॉस्पिटल की छत के ऊपर चाणक्य इंस्टिट्यूट में फर्ज़ी चीटर गैंग द्वारा पढ़ने लिखने वाली बेरोजगार यूतियों के साथ नौकरी के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया।  अब देखा होगा रामपुर जिला प्रशासन और थाना सिविल लाइन पुलिस इसमें क्या कार्रवाई करती है। पुलिस फर्जी चीटर गेम चला रहे लोगों को जेल की सलाहों के पीछे भेजती है या नहीं, युवतियाँ को न्याय और उनका पैसा वापस करती है या नहीं।


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