मुजफ्फरनगरः मीरापुर के निजी अस्पताल में जुड़वा नवजातों की मौत पर हंगामा, स्वास्थ्य विभाग ने किया सील

प्रशिक्षित डॉक्टर के बजाए छोला छाप डॉक्टर से डिलीवरी कराए जाने का आरोप
 
MIRAPUR_ ASPTAAL SEEL

ऋतु मोहन, संवाददाता

मुजफ्फरनगर।  मीरापुर कस्बे में डिलीवरी के दौरान जुड़वा बच्चों की मौत से आहत परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मामले की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए ज़की नर्सिंग होम के नामक अस्पताल को सील कर दिया। जांच के दौरान प्रथमदृष्टया अस्पताल गैर कानूनी तरीके से संचालित होना पाया गया। ये नर्सिंग होम मेरठ के एक प्रशिक्षित डॉक्टर के नाम पर चल रहा था, जबकि कार्य झोलाछाप डॉक्टर कर रहते मिले।

मामला मुजफ्फरनगर जिले के मीरापुर में भारतीय स्टेट बैंक के समीप संचालित ज़की नर्सिंग होम का है। बीती रात मीरापुर के कैथोड़ा मोहल्ला निवासी आरिफ की बीवी रूबी को प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती कराई गई थी। अस्पताल प्रबंध तंत्र ने डिलीवरी मेरठ के एक प्रशिक्षित डॉक्टर से कराए जाने का वादा किया था। आरिफ और उसके भाई आस मोहम्मद ने आरोप लगाया कि प्रशिक्षित चिकित्सक के बजाए अस्पताल स्टाफ ने झोला छाप डॉक्टर से डिलीवरी करा दी, जिस कारण रूबी के गर्भ में पल रहे जुड़वा नवजातों ने इस दुनिया में आने से पहले ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मामले की जानकारी मिलते ही जानसठ सीएचसी प्रभारी डॉ अशोक कुमार टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और पीड़ितों की सुनने के बाद जांच-पड़ताल की। प्रथमदृष्टया जांच में अस्पताल गैर कानूनी तरीके से संचालित होते पाया गया, जिसके बाद डॉक्टर अशोक कुमार की टीम ने अस्पताल को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। हालांकि इस दौरान कुछ सफेदपोश लोग अस्पताल और उसके संचालक को बचाने की जुगत भिड़ाते रहे, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल ऐक्शन लिया और कार्रवाई शुरू कर दी।

मीरापुर में संचालित हैं कई अवैध अस्पताल


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