झांसी: फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा दे रहे 4 सॉल्वरो को पुलिस ने किया गिरफ्तार

 31 केंद्रों पर आयोजित की गई है ग्राम पंचायत अधिकारी, वीडीयो और समाज कल्याण पर्यवेक्षक पद की परीक्षा
 
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  • रिपोर्ट: धीरेन्द्र रायकवार

झांसी। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने झांसी जनपद में आयोजित परीक्षा के दूसरे दिन चार सॉल्वर को गिरफ्तार किया है जो फर्जी आधार कार्ड और फोटो बनाकर परीक्षार्थियों की जगह परीक्षा दे रहे थे। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर बताया कि चार सॉल्वरों को केंद्र पर मूल परीक्षार्थियों के नाम पर परीक्षा देते हुये पकड़ा गया है। पकडे गये सॉल्वर महज एक से डेढ़ लाख रुपए लेकर परीक्षा दे रहे थे। इन सभी के खिलाफ तीन थानों में मुकदमा दर्ज करने के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक पद के लिए 31 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई है। जिसमें परीक्षार्थियों की तरह चारों सॉल्वर केंद्र पर परीक्षा देने के लिए बैठ गए थे और लगभग एक घंटे तक इन्होंने परीक्षा दे भी दी। लेकिन जब इनका मिलान सॉफ्टवेयर में दर्ज अभ्यर्थी के डाटा से किया गया तो चारों लोग सॉफ्टवेयर पर संदिग्ध पाए गए। साथ ही अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र पर लगी फोटो से सॉल्वर के चेहरे का मिलान नहीं हो रहा था। चारों को संदिग्ध मानते हुए पकड़ लिया गया। पूछताछ में पकडे गये सॉल्वरों ने अपना नाम गुंजन कुमार निवासी अरवल बिहार बताते हुए कहा कि वह जैनेंद्र की जगह बैठा था, दूसरे का नाम जयदीप सिंह निवासी कानपुर देहात जो विजय के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। तीसरे का नाम आशुतोष कुमार निवासी नालन्दा बिहार जो अभिषेक सचान के स्थान पर बैठकर परीक्षा दे रहा था। वही चौथा सॉल्वर नितिन गोयल हापुड़ का रहने वाला है और आदर्श के नाम पर परीक्षा देने के लिये बैठा था।

एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी और पर्यवेक्षक समाज कल्याण की नियुक्ति के लिए जनपद में 40 सेंटरों पर परीक्षा आयोजित की गई थी। इन सेंटरों पर चार पालियों में परीक्षा हुई थी। परीक्षा के दौरान नकल ना हो पाए इसके लिए व्यवस्था बनाई गई थीं इसी व्यवस्था के तहत आज कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं। जो मूल अभ्यर्थी की जगह पर फर्जी आईकार्ड और फर्जी फोटो बनाकर परीक्षा दे रहे थे। इनके खिलाफ तीन थानों पर केस दर्ज किया गया है और जिन मूल अभ्यर्थियों की जगह पर परीक्षा दे रहे थे। उन को भी शामिल किया गया है। परीक्षा देते पकड़े गए युवक एक से डेढ़ लाख रुपया लेकर परीक्षा दे रहे थे। वही पकड़ा गया नितिन गोयल के पास पुलिस का एक फर्जी आई कार्ड मिला जो पकड़े जाने पर लोगों को पुलिस वाला बताकर बड़ी सफाई से निकल जाता। लेकिन परीक्षा कराने के लिए बनाई गई व्यवस्था के आगे इनकी कारस्तानी नहीं चली और एक बाद एक चारों सॉल्वर परीक्षा देते हुए पकड़े गए। पुलिस  चारों के खिलाफ केस दर्ज करके सभी को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।

 
 


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