Birthday Special: हिन्दू और हिन्दुत्व के पोस्टर ब्वॉय यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर विशेष

नई दिल्ली। भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 51वां जन्मदिन मनाने जा रहे है। सीएम योगी एकमात्र ऐसे सीएम है जिनके कारनामों की गुंज देश के कोने- कोने तक पहुंचती है। अपने पांच साल के कार्यकाल के बाद 25 मार्च 2022 को पूर्ण बहुमत से दूसरी बार चुनाव में जीत हासिल कर यूपी के मुख्यमंत्री पद कायम रहने वाले सीएम के सियासी सफर के बीच कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन वे कभी डगमगाए नही....अपनी हिन्दूत्व की विचारधारा के कारण योगी कई बार आलोचनाओं के शिकार भी हुए.. प्रदेश के विकास में रोड़ा बनने वाले माफियाओं के मंसूबे को बुलडोजर से ध्वस्त कर योगी बुलडोजर बाबा के नाम से भी जाने जाते है....
जीवन परिचय
योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पंचुर गांव में क्षत्रिय परिवार में हुआ हुआ। योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे और मां का नाम सावित्री देवी था। परिवार के सात भाई बहनों में योगी पांचवें नंबर पर है।
योगी के एक भाई महेंद्र सिंह बिष्ट भारतीय सेना में है... बड़ी बहन व दो छोटी बहन है एवं दो भाई विश्वविद्यालय में कार्यरत है।
शिक्षा
योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्राथमिक शिक्षा उत्तराखंड के पूरी प्राथमिक विद्यालय पौड़ी से प्राप्त की। विद्यालय शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात विज्ञान और गणित में हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय से स्नातक पूर्ण की। गणित में एमबीबीएस करने के लिए एडमिशन लिया और उसी दौरान राम मंदिर को लेकर आंदोलन होने लगे एवं उससे योगी का मन पढ़ाई से हट गया और उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी।
सन्यासी जीवन
योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट् रेंजर के निधन के बाद योगी गोरखनाथ मंदिर में महंत बन गए। 15 फरवरी 1994 को योगी ने नाथ संप्रदाय की दीक्षा ग्रहण की। अवैद्यनाथ ने इनका नाम अजय से बदलकर योगी आदित्यनाथ रखा। सन्यासी बनने के पश्चात योगी ने देश तथा समाज की सेवा करने का निर्णय लिया।
हिंदू युवा वाहिनी गठन
हिंदू युवा वाहिनी गठन की नीव 2002 में रखी गई यह संगठन नीजी सेना के रूप में बनाया गया जिसका प्रमुख कार्य राष्ट्रवादी तथा हिंदू विरोधी गतिविधियों को नियंत्रण करना था। 2005 में माओवादी विरोधी गतिविधियों को नियंत्रित किया। 2007 में इस संगठन में गोरखपुर के दंगों में भी विरोध प्रकट कर शांति फैलाई। जिसके योगी के प्रशंसक बढ़ने लगे और योगी के विश्वास गोरखपुर में इतना बढ़ गया कि वे लोकसभा के सांसद के रूप में 2014 में 200000 से भी ज्यादा वोटों से जीते।
राजनीतिक सफर
26 साल की आयु में 1991 में बीजेपी की ओर से चुनाव लड़कर जीतने के बाद योगी सबसे छोटी उम्र के सांसद बने गए। इसके बाद वे 2014 लगातार 5 बार वे चुनाव जीतते रहे। जिसके बाद 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री पद सौंपा गया।
सीएम योगी के कारनामे
योगी ने सीएम बनने ही पहले अवैध कसाई खाने बंद कराएं और गायों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए पुलिस को पूरी सख्ती बरतने का आदेश दिया और ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाने का आदेश जारी किया। छोटे किसानों का कर्ज माफ कर दिया और उत्तर प्रदेश के नोएडा सिटी को फिल्म सिटी बनाने का निर्णय लिया ..गंगा नदी की सफाई एवं राम मंदिर तथा पर्यटन स्थलों का काफी सुधार किया। इतना ही नही योगी ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो का अभियान भी चलाया वर्तमान समय में यूपी में माफिया पर बुलडोजर नीति के कारण गुंडाराज धीरे- धीरे कम होने की कगार पर है।
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