रामनगरः आतंक का पर्याय बने बाघ को वन विभाग ने पकड़ा
पनोद नाले से मोहान इलाके तक बाघ का बना हुआ था आतंक

- रिपोर्टः अबूबकर मकरानी
रामनगर। कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व और रामनगर वन प्रभाग के आसपास मोहान से पनोद तक आतंक का पर्याय बने बाघ में से एक बाघिन को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। यह वही बाघिन है जिसके लंगड़ाकर चलने का वीडियो सामने आया था। बताया जा रहा है कि यह बाघिन बुधवार सुबह ही पिंजरे में कैद हुई है।जिसे रेस्क्यू कर ढेला रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया है। ये बाघिन ओल्ड एज की बताई जा रही है।
दरअसल कॉर्बेट और उससे लगते हुए रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले नेशनल हाईवे 309 पर स्थित पनोद नाले से मोहान इलाके तक बाघ का आतंक बना हुआ था। जिसमें कॉर्बेट प्रशासन के साथ ही रामनगर वन प्रभाग की टीमें इन आतंक का पर्याय बन बाघों को पकड़ने में संयुक्त रूप से लगी हुई थी। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के आसपास पड़ने वाले पनोद नाले से लेकर 15 किलोमीटर मोहान इलाके तक जून 2022 से बाघों के हमले शुरू हुए थे जिसमें बाघों द्वारा 4 लोगो को निवाला बनाया गया था, और लगभग 2 से 3 लोगो पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था।
बुधवार सुबह आतंक का पर्याय बने बाघ में से एक बाघिन को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि ये वही बाघिन है जिसके लंगड़ाकर चलने का वीडियो सामने आया था। ये बाघिन बुधवार सुबह ही पिंजरे में कैद हुई है। जिसे रेस्क्यू कर ढेला रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया है। बाघिन ओल्ड एज की बताई जा रही है। डीएफओ जहां इसको स्वस्थ बता रहे हैं। वहीं डॉक्टर इसकी हालत अच्छी नही बता रहे हैं। जबकि एक चिन्हित बाघ अभी भी ये ही बना हुआ है।
बता दें कि पार्क प्रशासन और वन प्रभाग की संयुक्त टीम द्वारा बाघ को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे थे। जिसमें 9 जुलाई 2022 को कॉर्बेट प्रशासन द्वारा एक बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया था। जिसके बाद पार्क प्रशासन को लगा कि अब सब सही हो गया। लेकिन तभी 16 जुलाई को बाघ द्वारा फिर नेशनल हाईवे 309 पर मोहान के पास एक बाइक सवार पर हमला किया गया। इसमें बाघ पीछे बैठे युवक को घसीटकर जंगल में ले गया। बाद में युवक का शव मिला था। जिसके बाद पार्क प्रशासन की समझ में आया कि पकड़ी गई बाघिन के अलावा और भी हमलावर बाघ हैं।
बाघ लगातार मानव के साथ ही पशुओं पर भी लगातार हमला कर रहे हैं। बीते दिसंबर माह 2022 में भी बाघ द्वारा 2 लोगों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारा गया। वहीं तब से ही बाघों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। बाघों को पकड़ने के दौरान चिंहित किए गए 2 बाघों को ट्रेंकुलाइज करने के लिए इंजेक्शन भी दिए गए। लेकिन एन वक्त पर वहां पर तीसरे बाघ की एंट्री ने सारा खेल बिगड़ दिया।
देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें पाने के लिए अब आप समाचार टुडे के Facebook पेज Youtube और Twitter पेज से जुड़ें और फॉलो करें। इसके साथ ही आप SamacharToday को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है।