उत्तराखंडः डीजीपी ने जनपद प्रभारियों के साथ की समीक्षा, कहा- ‘हमें सभी थानों को बनाना है महिला फ्रेंडली’
छुट्टी जवानों का बेसिक अधिकार हैः डीजीपी

उत्तराखंड़। पुलिस महानिदेशक ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने परिक्षेत्र एवं जनपद प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। इस दौरान डीजीपी ने ऑपरेशनल एवं प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीजीपी ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां के तहत आयोजित वर्टिकल इंटरैक्शन में ऑपरेशनल, प्रशासनिक और पुलिसकर्मियों के कल्याण का स्तर बढ़े इसके लिए काफी सुझाव हमें प्राप्त हुए। सुझावों का संज्ञान लेते हुए आदेश जारी किए गए हैं।
तुरंत दिया जाए आकस्मिक अवकाश
डीजीपी ने कहा कि छुट्टी जवानों का बेसिक अधिकार है। वे उन्हें खुशी-खुशी दे दी जाए। पुलिस कर्मियों द्वारा अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन एवं सालगिरह पर आकस्मिक अवकाश के लिए अनुरोध किया जाता है। तो उन्हें तुरंत अवकाश दिया जाए। व्हाट्सएप पर छुट्टी के लिए आवेदन करने की व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया है। समस्त पदोन्नति प्रशिक्षणों में सीसीटीएनएस समेत नवीन तकनीकों से संबंधित कोर्सेज, सॉफ्ट स्किल्स, साइबर स्किल्स, संवेदनशीलता के मॉड्यूल तैयार कर इनका प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे हमारी पुलिस Tech savvy होगी। प्रत्येक थाने में एक एसओजी ट्रेंड आरक्षी की नियुक्ति की जाएगी, जो tech savvy हो surveillance savvy हो।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इन बिंदुओं पर दिए निर्देश
उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग एवं उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित होने वाली आगामी परीक्षाओं के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखने और स्थानीय अभिसूचना तंत्र को सतर्क रखते हुए सूचना संकलित करने के निर्देश दिए।
गौरा शक्ति मॉड्यूल में रजिस्ट्रेशन को बढ़ाया जाए
महिला सुरक्षा के दृष्टिगत गौरा शक्ति मॉड्यूल में रजिस्ट्रेशन को बढ़ाया जाए। रजिस्टर्ड महिलाओं के साथ समन्वय कर उनकी शिकायत के समाधान करते हुए उन्हें सुरक्षित महसूस कराया जाए। इसके साथ ही वर्तमान में राजस्व क्षेत्र से नियमित पुलिस क्षेत्र में आए ग्रामों में संबंधित थानाध्यक्ष एवं क्षेत्राधिकारी भ्रमण पर जाएं और ग्रामीणों के साथ संबंधित थाने एवं अन्य महत्वपूर्ण फोन नंबर साझा करें। जिन स्थानों पर नए थाने/चौकी खुलने हैं वहां शीघ्र खोले जाएं।
थानों को बनाना है महिला फ्रेंडली
डीजीपी ने कहा कि हमें प्रत्येक थाने को महिला फ्रेंडली बनाना है। दोनों परिक्षेत्र प्रभारी प्रदेश के प्रत्येक थाने में एक महिला उपनिरीक्षक एवं 4 महिला आरक्षियों की नियुक्ति सुनिश्चित करें। प्रत्येक जनपद में एक महिला उपनिरीक्षक को थानाध्यक्ष/चौकी प्रभारी बनाएं।
क्राइम मीटिंग में पीएसी के दलनायक भी बुलाएं
पीएसी/आईआरबी की ऑपरेशनल कार्यदक्षता बढ़ाने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्गत निर्देशों का अनुपालन करें। मासिक क्राइम मीटिंग में पीएसी के दलनायक को भी बुलाएं। मानदंड के अनुसार ही ड्यूटी लगाए जाए। नफरी के मुताबिक प्लाटून कमांडर और दलनायक साथ जाएं। पीएसी जवानों के मूवमेंट के दौरान जनपदों में उनके लिए चारपाइयों की व्यवस्था संबंधित प्रतिसार निरीक्षकों द्वारा की जाएगी। जवान अपने साथ चारपाइयां लेकर नहीं जाएंगे।
शीघ्र ही की जाएगी दक्ष कर्मियों की नियुक्ति
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि जनपदों की साइबर सेलों को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए एसटीएफ द्वारा शीघ्र ही दक्ष कर्मियों की नियुक्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था प्रभावित होने वाली घटनाओं एवं जन आक्रोश के दृष्टिगत पुलिसकर्मियों को तत्कालिक परिस्थितियों के कारण बिना जांच के निलंबित या लाइन हाजिर करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में 3 दिवस के अंदर उस कर्मिक का पक्ष सुनते हुए गुण दोष के आधार पर अगर दोष सिद्ध नहीं होता है, तो उसे तत्काल बहाल या दूसरे स्थान पर नियुक्त कर दिया जाए।
अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण केवल खुराना, पुलिस उप महानिरीक्षक, पी/एम सेंथिल अबुदई कृष्ण राज एस, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था पी रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, प्रशिक्षण बरिंदरजीत सिंह समेत अन्य अधिकारी इस अवसर पर मौजूद रहे।
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