चिता जलाने की थी तैयारी, अचानक अर्थी से उठी बुजुर्ग महिला, हैरत में पड़े परिजन

7 घंटे से थमी हुई थी बुजुर्ग महिला की सांस

 
UTTARAKHAND

उत्तराखंड। रुड़की से करीब 22 किमी दूर नारसन कस्बे में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है, जिसे जानकर हर कोई हैरान हो गया है। दरअस हुआ यूं की 102 साल की बुर्जग महिला के निधन के बाद उसके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। सगे-संबंधी और रिश्तेदार शोक मनाने के लिए घर पर जुट गए, लेकिन अचानक ही 102 साल की बुजुर्ग महिला जी उठी। जिसके बाद गमगीन परिवार में अचानक खुशियां लौट आई। थोड़ी देर पहले तक जहां लोग शोक मना रहे थे वे इसे ईश्वर का चत्मकार मनाने लगे और चाय की चुस्कियों के साथ अपने-अपने घरों को चले गए।

जानकारी के अनुसार नारसन खुर्द निवासी विनोद की माता ज्ञान देवी कुछ समय से बीमार चल रही थी। लेकिन सुबह अचानक बुजुर्ग महिला मुर्छित हो गई। आनन-फानन परिजनों ने डॉक्टर को बुलाकर बुजुर्ग की जांच करवाई। डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि ज्ञान देवी अब इस दुनिया में नहीं रही है। उनका निधन हो गया है।

बुजुर्ग की मौत की खबर सुनकर परिजनों के साथ ही मोहल्ले में मातम छा गया। सूचना पाकर रिश्तेदार एवं सगे संबंधी विनोद के घर पर जुटना शुरू हो गए। देखते ही देखते भीड़ जुट गई। जिसके बाद बुजुर्ग के अंतिम संस्कार की तैयारी की जाने लगी और श्मशान घाट में लकड़ियां पहुंचाने की तैयारी कर ली गई। अर्थी भी बना दी गई। एक 2 लोगों के आने का इंतजार हो रहा था, कि  तभी बुजुर्ग महिला के शरीर में कुछ हरकत महसूस हुई।

महिला के शरीर में हरकत आते ही लोग हैरत में पड़ गए। वहीं इस घटना के बाद परिजनों की खुशी का ठिकाना न रहा। विनोद का कहना है कि उनकी माता परिवार ही नहीं बल्कि पूरे गांव में सबसे बुजुर्ग महिला है। इसलिए इस घटना के बाद पूरा गांव खुशी मना रहा है। अब ज्ञान देवी पहली की तरह ही खा-पी रही हैं और बात कर रही हैं।


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