Varanasi Bomb Blast Case: जब बम धमाकों से दहल गई थी काशी, इस सीरियल ब्लास्ट ने पल भर में छिन ली 18 जिंदगियां

नई दिल्ली। सात मार्च 2006 का वाराणसी का धमाका.....कौन भूल सकता है....इस सिलसिलेवार बम धमाके ने 18 लोगों की जान ले ली...लगभग 35 लोग घायल हो गए थे। इस धमाके से काशी दहशत में आ गई थी..बच्चा बच्चा खौफ में था....
कब और कहां हुआ था ब्लास्ट
7 मार्च 2006 को यह सिलसिलेवार धमाका वाराणसी के संकट मोचन मंदिर पर शाम 6.15 बजे, रेलवे कैंट और 6.30 बजे दशाश्वमेध घाट पर हुआ था। इस सीरियल बम धमाके में संकट मोचन मंदिर में 7 और रेलवे कैंट में 11 लोगों की जान चली गई थी। इसके अलावा तीनो जगह लगभग 35 लोग घायल हो गए थे।
5 अप्रैल को गिरफ्तार हुआ मुख्य आरोपी
5 अप्रैल 2006 को पुलिस ने इस ब्लास्ट के मुख्य आरोपी वलीउल्लाह को इलाहाबाद के फूलपुर गांव से गिरफ्तार किया था। उसके पास से एके-47 और आरडीएक्स बरामद किया गया था। उस पर कथित तौर पर धमाके की साजिश रचने और आतंकवादी संगठन हूजी को पनाह देने का आरोप था। वलीउल्लाह का केस लडऩे से वाराणसी के वकीलों ने मना कर दिया था। इसके बाद हाईकोर्ट ने केस गाजियाबाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया था।
पाकिस्तान भाग गए अन्य आरोपी
इस ब्लास्ट में वलीउल्लाह के अलावा उसके कुछ और साथियों के नाम भी सामने आए थे। इसमें प्रमुख रूप से मुस्तकीम, जकारिया और शमीम का नाम शामिल था। ये सभी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों के रहने वाले थे। ऐसा कहा जाता है कि ये सारे आरोपी बांग्लादेश के रास्ते पाकिस्तान भाग गए थे। इसलिए आज तक किसी की गिरफ्तारी नही हो सकी।
वलीउल्लाह को मिली फांसी की सजा
16 साल से डासना जेल में बंद वलीउल्लाह को गाजियाबाद की अदालत ने 6 जून 2022 को फांसी की सजा सुनाई और उस पर 60 हजार का अर्थदंड भी लगाया है।
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