Death Anniversary:21 साल की उम्र में न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी से ग्रसित हुए स्टीफन हॉकिंग ने ब्रह्माण्ड के कई रहस्यों से उठाया पर्दा

नई दिल्ली। अपने रिसर्च के माध्यम से ब्रह्माण्ड के कई रहस्यों से पर्दा उठाने वाले महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने आज के ही दुनिया को अलविदा कह दिया था। 21 साल की उम्र में न्यूरोडीजेनेरेटिव नामक बीमारी से ग्रसित स्टीफन व्हीलचेयर पर आ जाने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी थी...और 1971ब्लैक होल थ्योरी का आविष्कार किया इतना ही नही उन्होंने ने ही बिग बैंग की थ्योरी भी दुनिया को सबसे पहले बताई...
जीवन परिचय
स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 कौ इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी के कारण उनकी आवाज चली गई थी, लेकिन स्टीफन हॉकिंग स्पीच-जनरेटिंग डिवाइस के जरिए लोगों से बात करते थे। स्टीफन के पिता फ्रेंक एक चिकित्सा शोधकर्ता थे। इनकी माता का नाम इसोबेल था वह चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में एक सचिव थीं।
शिक्षा
स्टीफन ने 1959 ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में स्नातक की पढ़ाई शुरू की थी। भौतिक विज्ञान में अपनी डिग्री हासिल करने के बाद हॉकिंग ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैंब्रिज कोस्मोलॉजिस्ट डेनिस स्काइमा के निर्देशन में पीएचडी शुरू की।
व्यक्तिगत जीवन
1965 में हॉकिंग ने जेन वाइल्ड से शादी कर ली थी। जेन और हॉंकिग के कुल तीन बच्चे थे और इनके नाम रॉबर्ट, लुसी और तीमुथियस है। 1995 में हॉकिंग ने दूसरी शादी इलेन मेसन से की थी।
निधन
14 मार्च 2018 को 76 साल की उम्र में स्टीफन हॉकिंग का निधन हो गया।
अविष्कार
हाकिंग ने भौतिक विज्ञान में गुरुत्वाकर्षण, ब्रह्मांड विज्ञान, क्वांटम थ्योरी, सूचना सिद्धांत और थर्मोडायनमिक्स पर काम किया। स्टीफ़न हॉकिंग ने पेनरोज़ के साथ मिलकर 1970 में एक शोधपत्र प्रकाशित किया।
उपलब्धियां
1966 में स्टीफन हॉकिंग को एडम्स पुरस्कार दिया गया था। इसके बाद इन्होंने 1975 में एडिंगटन पदक और 1976 में मैक्सवेल मेडल एंड प्राइज मिला था। इन्हें 1978 में अल्बर्ट आइंस्टीन मेडल भी मिला था।
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