World Sleep Day 2023: 17 मार्च को मनाया जाएगा वर्ल्ड स्लीप डे, जानें क्या है इसका इतिहास और महत्व

नई दिल्ली। विश्व नींद दिवस प्रत्येक वर्ष 'मार्च विषुव' से पहले पड़ने वाले शुक्रवार को मनाया जाता है। नींद के महत्त्व को समझाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद भी जरूरी है। एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि दुनियाभर में 10 करोड़ लोग 'स्लीप एप्निआ' यानी अच्छी नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें से 80 प्रतिशत से अधिक लोग तो इस बीमारी के बारें में जानते भी नही है.................
क्यों मनाया जाता है विश्व नींद दिवस
नींद की गड़बड़ी की रोकथाम और प्रबंधन के माध्यम से समाज पर नींद से जुड़ी समस्याओं के बोझ को कम करने के उद्देश्य से विश्व नींद दिवस का आयोजन किया जाता है।
विश्व निद्रा दिवस थीम 2023
इस साल 2023 में वर्ल्ड स्लीप सोसायटी द्वारा 16वां विश्व नींद दिवस शुक्रवार, 17 मार्च को ‘नींद, स्वस्थ के लिए आवश्यक है‘ नारे (स्लोगन) के साथ मनाया जा रहा है।
इतिहास
विश्व नींद दिवस, कमेटी ऑफ वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक वार्षिक आयोजन है, यह प्रत्येक वर्ष वसंत वर्नल विषुव (उत्तरी गोलार्ध के विषुव) से पहले पड़ने वाले शुक्रवार को मनाया जाता है।
वर्ल्ड स्लीप डे मनाने की शुरुआत वर्ल्ड मेडिसिन एसोसिएशन ऑफ स्लीप मेडिसिन (WASM) और वर्ल्ड स्लीप फेडरेशन (WSF) के सहयोग से वर्ष 2008 में की गई। जिसका मुख्य उद्देश्य नींद में कमी या अनिद्रा की बेहतर रोकथाम के माध्यम से दुनियाभर में नींद की बीमारियों में कमी करना है। पहला विश्व निद्रा दिवस 14 मार्च, 2008 को “अच्छी नींद लें, पूरी तरह से जाग्रत रहें” नारे के तहत आयोजित किया गया था।
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