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अमेरिकी कोर्ट के फैसले से SPARC शेयर 20% उछला
मंगलवार के कारोबार में सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी लिमिटेड (SPARC) के शेयरों में 20 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया। यह उछाल कंपनी के उत्पाद ‘सेज़ाबी’ (Sezaby) से जुड़े ‘प्रायोरिटी रिव्यू वाउचर’ (PRV) के संबंध में अमेरिकी अदालत से आए एक अनुकूल फैसले के बाद आया। शेयर 20 प्रतिशत बढ़कर ₹161.10 के ऊपरी मूल्य बैंड को छू गया, हालांकि साल-दर-साल (YTD) के आधार पर यह अभी भी लगभग 19.73 प्रतिशत नीचे है।
न्यायिक जीत और कानूनी आधार
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को दी गई एक नियामक फाइलिंग में, कंपनी ने बताया कि कोलंबिया जिले के लिए अमेरिकी जिला न्यायालय (US District Court for the District of Columbia) ने सेज़ाबी की मंजूरी से जुड़े PRV जारी करने के मामले में SPARC के पक्ष में ‘समरी जजमेंट’ (Summary Judgment) दिया है।
न्यायालय ने फैसला सुनाया कि “फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) द्वारा PRV को रोकना कानून के विपरीत था, क्योंकि इस वैधानिक खंड में ‘पहले से अनुमोदित’ (previously approved) शब्द का उपयोग किया गया है, जिसके तहत फेनोबार्बिटल सोडियम युक्त कोई भी दवा उत्पाद ‘पहले से अनुमोदित’ नहीं था।” न्यायालय ने FDA को इस निर्णय के खिलाफ अपील करने के लिए 60 दिनों की मोहलत दी है।
इस फैसले पर खुशी व्यक्त करते हुए, SPARC के सीईओ अनिल राघवन ने एक बयान में कहा, “हम अमेरिकी जिला न्यायालय द्वारा जारी इस फैसले से प्रसन्न हैं, क्योंकि यह इस मामले पर SPARC के लंबे समय से चले आ रहे रुख को मान्य करता है।”
PRV क्या है और इसका मूल्य क्या है?
यह विवाद अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन (US FDA) के पहले के फैसले से उपजा था, जिसने सेज़ाबी की मंजूरी के बावजूद PRV जारी करने से इनकार कर दिया था। PRV एक अमूल्य, हस्तांतरणीय प्रमाण पत्र है जो फार्मास्यूटिकल कंपनियों को एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन प्रदान करता है।
प्रायोरिटी रिव्यू वाउचर (PRV) का मुख्य उद्देश्य दुर्लभ बाल चिकित्सा रोगों (Rare Pediatric Diseases) या उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (Neglected Tropical Diseases) के इलाज के लिए नई दवाओं के अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करना है। PRV धारक को भविष्य में किसी भी दवा उत्पाद के लिए FDA की नियामक समीक्षा समय-सीमा को काफी कम करने की अनुमति देता है—आमतौर पर 10 महीने से घटाकर 6 महीने। समय की यह बचत कंपनी को बाजार में तेजी से पहुंचने और करोड़ों डॉलर का राजस्व कमाने में सक्षम बनाती है। चूंकि PRV पूरी तरह से हस्तांतरणीय हैं, इसलिए कंपनियां अक्सर उन्हें अन्य बड़ी फार्मा कंपनियों को ऊंचे मूल्यों पर बेचती हैं, जिनकी कीमत आमतौर पर $80 मिलियन से $120 मिलियन के बीच होती है।
सेज़ाबी और बाजार की प्रतिक्रिया
सेज़ाबी, फेनोबार्बिटल सोडियम पाउडर फॉर इंजेक्शन का एक बेंजाइल अल्कोहल और प्रोपलीन ग्लाइकोल-मुक्त फॉर्मूलेशन है। इसे अमेरिकी FDA द्वारा नवजात शिशुओं में दौरे (neonatal seizures) के इलाज के लिए अनुमोदित किया गया था। इस उत्पाद की मंजूरी पर PRV का यह कानूनी विवाद अब SPARC के पक्ष में समाप्त हो गया है, जिससे कंपनी के बैलेंस शीट पर बड़ा वित्तीय प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
यह न्यायिक जीत SPARC के अनुसंधान और विकास (R&D) पाइपलाइन के लिए एक मजबूत वित्तीय बढ़ावा देने का काम करेगी। बाजार ने स्टॉक में 20 प्रतिशत की वृद्धि के साथ इस संभावित राजस्व लाभ को तुरंत भुनाया है, जो बताता है कि निवेशक PRV के मौद्रिक मूल्य को पहचानते हैं।
डेलॉइट इंडिया के लाइफ साइंसेज एंड हेल्थकेयर सेगमेंट के पार्टनर राहुल खेमका ने इस फैसले के रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डाला: “फार्मास्युटिकल उद्योग में, एक PRV सिर्फ एक नियामक सुविधा नहीं है, बल्कि एक मजबूत वित्तीय उपकरण है। SPARC जैसी अनुसंधान-केंद्रित कंपनी के लिए, अदालत का यह फैसला शुद्ध पूंजी का प्रतिनिधित्व करता है जिसे नए, जोखिम वाले आरएंडडी प्रयासों में निवेश किया जा सकता है। यह जीत न केवल कानूनी दावों को मान्य करती है, बल्कि कंपनी को अपनी विकास महत्वाकांक्षाओं को वित्तपोषित करने के लिए पर्याप्त लचीलापन भी देती है।”
सितंबर 2025 तक, प्रमोटरों के पास फार्मा कंपनी में 65.67 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। यह फैसला SPARC के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो कानूनी बाधाओं को दूर कर अपनी अनुसंधान क्षमताओं को और मजबूत करने की दिशा में बढ़ रही है।
