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Windows AI बदलाव पर वैश्विक उपयोगकर्ता प्रतिक्रिया: पहले बग्स को ठीक करें

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SamacharToday.co.in -Windows AI बदलाव पर वैश्विक उपयोगकर्ता प्रतिक्रिया पहले बग्स को ठीक करें - image Credited by The Economic Times

माइक्रोसॉफ्ट के ‘एजेंटिक ओएस’ (Agentic OS)—एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) संचालित ऑपरेटिंग सिस्टम जो उपयोगकर्ता के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर सकता है—के दृष्टिकोण को वैश्विक उपयोगकर्ता समुदाय से भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। यह प्रतिक्रिया, जो मुख्य रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और तकनीकी मंचों पर व्यक्त की गई है, माइक्रोसॉफ्ट की आक्रामक AI रणनीति और उसके ग्राहक आधार की मूलभूत मांगों—स्थिरता, गोपनीयता और सरलता—के बीच बढ़ती खाई को उजागर करती है।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब माइक्रोसॉफ्ट में विंडोज के प्रमुख पवन दावुलुरी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर OS के “एक एजेंटिक OS में विकसित होने” के बारे में पोस्ट किया। यह बयान कंपनी के आंतरिक पुनर्गठन के हफ्तों बाद आया, जिसका उद्देश्य विंडोज को इस AI-चालित भविष्य के लिए तैयार करना था, एक ऐसा विचार जिसे कंपनी कंप्यूटिंग के अगले युग के रूप में आक्रामक रूप से बढ़ावा दे रही है।

उपयोगकर्ता विश्वास बनाम AI जुनून

दावुलुरी की घोषणा पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया तीव्र और overwhelmingly नकारात्मक थी। लगभग हर ऑनलाइन प्रतिक्रिया में एक आवर्ती विषय यह स्पष्ट घोषणा थी: “किसी ने इसके लिए नहीं पूछा था!” उपयोगकर्ताओं ने गहरा निराशा व्यक्त की, यह तर्क देते हुए कि माइक्रोसॉफ्ट अनिवार्य AI एकीकरण—जिसे अक्सर जबरन थोपा हुआ माना जाता है—को प्राथमिक सॉफ्टवेयर दोषों को ठीक करने पर प्राथमिकता दे रहा है।

कई आलोचनाएँ इस धारणा पर केंद्रित थीं कि विंडोज तेजी से अविश्वसनीय और अस्त-व्यस्त हो गया है, या “एन्शिटिफाइड” हो गया है। उपयोगकर्ताओं ने माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट, वनड्राइव और नए को-पायलट सहायक जैसी सुविधाओं के अनिवार्य एकीकरण को अवांछित घुसपैठ के रूप में इंगित किया, जिन्हें अनुभव को बेहतर बनाने के बजाय मुख्य रूप से उपयोगकर्ता आधार से पैसा कमाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। महत्वपूर्ण रूप से, ऑपरेटिंग सिस्टम मुफ्त नहीं है, जिससे ग्राहकों के लिए ये जबरन जोड़े गए फीचर विशेष रूप से कष्टदायक हो जाते हैं।

एक निराश उपयोगकर्ता ने लिखा, “यह बग-ग्रस्त गंदगी का ढेर बनता जा रहा है,” लगातार अपडेट और ऐसी समस्याओं को रोकने के लिए डिज़ाइन किए गए एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम के बावजूद सिस्टम की अस्थिरता का जिक्र करते हुए। उपयोगकर्ता मांग कर रहे हैं कि माइक्रोसॉफ्ट जटिल AI कार्यात्मकताओं को जोड़ने से पहले गति, स्थिरता और गोपनीयता के महत्वपूर्ण मुद्दों को पहले संबोधित करे, जिससे उन्हें और अधिक कमजोरियाँ आने का डर है।

इन बदलावों की जबरन प्रकृति, जैसे कि विंडोज 11 का सेटअप के दौरान ऑनलाइन साइन-इन अनिवार्य करने वाले कुछ प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टमों में से एक होना, उपयोगकर्ता-अमित्र दिशा का एक प्रतीकात्मक केंद्र बिंदु बन गया है।

थोपे गए नवाचार पर विश्लेषक के विचार

माइक्रोसॉफ्ट का AI पर एकाग्र ध्यान कथित तौर पर अन्य प्रमुख उत्पाद क्षेत्रों में बजट कटौती और कम ध्यान देने का कारण बना है, जो आंतरिक मानसिकता को पुष्ट करता है कि “यदि यह AI नहीं है, तो यह महत्वपूर्ण नहीं है।” यह रणनीति दशकों में बनी उपभोक्ता निष्ठा को खत्म कर रही है।

टेक दिग्गजों के सामने इस दुविधा पर टिप्पणी करते हुए, बेंगलुरु स्थित एक प्रमुख प्रौद्योगिकी विश्लेषक, ए. वी. पी. शेषाद्री, ने कहा: “माइक्रोसॉफ्ट स्पष्ट रूप से मौलिक उपयोगकर्ता अनुभव पर वॉल स्ट्रीट के लिए AI कथा को प्राथमिकता दे रहा है। जब उपयोगकर्ता एक सशुल्क OS से स्थिरता और गोपनीयता की मांग करते हैं, तो उनके सिस्टम पर एक ‘एजेंट’ को थोपना—जो जटिलता और संभावित विफलता बिंदुओं को जोड़ता है—विश्वास का सीधा उल्लंघन है। इन जटिल, उच्च-विफलता दर वाली परतों को जोड़ने से पहले मुख्य सिस्टम को ठोस होना चाहिए।”

विश्लेषक का विचार तेजी से तकनीकी नवाचार और मौजूदा ग्राहक आधार के साथ एक स्थिर, सम्मानजनक संबंध बनाए रखने के बीच नाजुक संतुलन को रेखांकित करता है। जब तक माइक्रोसॉफ्ट मौलिक सॉफ्टवेयर गुणवत्ता और उपयोगकर्ता पसंद पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित नहीं करता है, तब तक इंटरनेट से आया स्पष्ट संदेश—कि कंपनी नहीं सुन रही है—संभवतः उपयोगकर्ताओं को वैकल्पिक, कम प्रतिबंधात्मक प्लेटफार्मों की ओर धकेलता रहेगा।

अनूप शुक्ला पिछले तीन वर्षों से समाचार लेखन और ब्लॉगिंग के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे मुख्य रूप से समसामयिक घटनाओं, स्थानीय मुद्दों और जनता से जुड़ी खबरों पर गहराई से लिखते हैं। उनकी लेखन शैली सरल, तथ्यपरक और पाठकों से जुड़ाव बनाने वाली है। अनूप का मानना है कि समाचार केवल सूचना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और जागरूकता फैलाने का माध्यम है। यही वजह है कि वे हर विषय को निष्पक्ष दृष्टिकोण से समझते हैं और सटीक तथ्यों के साथ प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने अपने लेखों के माध्यम से स्थानीय प्रशासन, शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण और जनसमस्याओं जैसे कई विषयों पर प्रकाश डाला है। उनके लेख न सिर्फ घटनाओं की जानकारी देते हैं, बल्कि उन पर विचार और समाधान की दिशा भी सुझाते हैं। समाचार टुडे में अनूप कुमार की भूमिका है — स्थानीय और क्षेत्रीय समाचारों का विश्लेषण ताज़ा घटनाओं पर रचनात्मक रिपोर्टिंग जनसरोकार से जुड़े विषयों पर लेखन रुचियाँ: लेखन, यात्रा, फोटोग्राफी और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा।

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